आस्था दिखाएं आक्रामकता नहीं… रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले PM मोदी ने दिए ये निर्देश

अभिषेक

• 09:10 AM • 09 Jan 2024

पीएम मोदी ने राम मंदिर से जुड़े इस कार्यक्रम को लेकर अहम बातें कहीं हैं. उन्होंने पिछली कैबिनेट मीटिंग में मंत्रियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि उत्साह में ऐसा कुछ ना हो, जिससे गड़बड़ी हो.

PM Narendra Modi

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Ram Mandir: 22 जनवरी को अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट इस समारोह के लिए तैयारियों में जुटा है. पीएम नरेंद्र मोदी भी इस समारोह में शिरकत करेंगे. देश में इसे लेकर खूब चर्चा है और राम भक्त उत्साह में हैं. इस साल लोकसभा चुनाव भी होने हैं. बीजेपी राम मंदिर के निर्माण को अपने प्रमुख वादे के पूरे करने के रूप में प्रचारित कर रही है. यही वजह है कि राममंदिर को लेकर सियासत भी खूब देखने को मिल रही है. विपक्ष आरोप लगा रहा है कि बीजेपी इसे अपना सियासी इवेंट बना रही है. उनका तर्क है कि मंदिर किसी पार्टी विशेष का नहीं बल्कि सबका है. इन्हीं सब के बीच पीएम मोदी ने राम मंदिर से जुड़े इस कार्यक्रम को लेकर अहम बातें कहीं हैं. उन्होंने पिछली कैबिनेट मीटिंग में मंत्रियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि उत्साह में ऐसा कुछ ना हो, जिससे गड़बड़ी हो.

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आइए आपको बताते हैं मीटिंग में क्या-क्या कहा पीएम मोदी ने.

प्रभु राम के प्रति आस्था दिखाएं पर आक्रामकता बर्दाश्त नहीं: पीएम मोदी

सूत्रों के हवाले से आई खबर के मुताबिक पीएम मोदी ने मीटिंग में कहा कि प्रभु राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर आपलोग सचेत रहें. पीएम ने साफ शब्दों में कहा कि, ‘भगवान राम के प्रति आस्था दिखाएं, लेकिन आक्रामकता नहीं. आप सभी फिजूल की बयानबाजी से बचें और पार्टी और सरकार की मर्यादा का ध्यान रखें.’ उन्होंने आगे कहा कि, ‘राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम के दौरान आप सभी अपने क्षेत्रों में किसी भी तरह की गड़बड़ी ना हो इसका विशेष ख्याल रखें. अपने इलाके के लोगों को 22 जनवरी के बाद राम लला के दर्शन करवाने भी लेकर जाएं.’

पीएम मोदी के इस निर्देश से ये बात साफ है कि, वह मंदिर को लेकर ऐन चुनाव से पहले किसी तरह का विवाद नहीं चाहते हैं. हाल के दिनों में राममंदिर को लेकर बीजेपी के कई नेताओं की तरफ से विपक्ष को लेकर तीखे बयान दिए गए. ऐसे में शायद कोशिश यह हो रही है कि इसे लेकर कोई असहज या अप्रिय स्थिति ना बने.

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