पंजाब की 13 सीटों पर बीजेपी, कांग्रेस या AAP कौन पड़ेगा भारी? जानिए एक्सपर्ट्स की राय और ओपिनियन पोल?

News Tak Desk

29 Jan 2024 (अपडेटेड: Jan 29 2024 6:39 AM)

अगर कांग्रेस और आप INDIA अलायंस के तहत एकसाथ लड़ते है, तो प्रदेश में क्लीन स्वीप कर सकते है. एक्सपर्ट्स की भी राय यही हैं कि, साथ लड़ने में ज्यादा फायदा है.

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Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 का काउंटडाउन चल रहा है, अब की बार कैसा है चुनावी माहौल? इसी को लेकर हम न्यूज तक पर लेकर आया हैं एक स्पेशल सीरीज ‘देश किसका?’ सीरीज के इस स्टोरी में हमने पंजाब की 13 लोकसभा सीटों का एनालिसिस किया हैं. इसमें हमने राज्य की सियासत पर अच्छी-खासी पकड़ रखने वाले एक्सपर्ट और वरिष्ठ पत्रकारों से प्रदेश की सियासत पर बात की है. आइए आपको बताते हैं क्या है पंजाब के सियासी एक्सपर्टस की राय और इस बार पंजाब की सियासत में किसके पक्ष में बन रहा है माहौल.

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ABP न्यूज सी-वोटर के सर्वे में कांग्रेस आगे

ABP न्यूज सी-वोटर के हालिया ओपिनियन पोल की बात करें, तो पंजाब में कांग्रेस को 27 फीसदी वोट शेयर के साथ सबसे ज्यादा 5 से 7 सीटें मिल सकती हैं. वहीं आम आदमी पार्टी 25 फीसदी वोट शेयर के साथ 4 से 6 सीटें जीत सकती है. बीजेपी को 16 फीसदी वोट शेयर के साथ शून्य से 2 सीटें मिल सकती है. अकाली दल को भी शून्य से 2 सीटें मिल सकती हैं और वोट शेयर 14 फीसदी रह सकता है. हालांकि ये सर्वे करीब एक महीने पहले का है, जब ये साफ नहीं था कि, आप और कांग्रेस दोनों 13 की 13 सीटों पर अलग-अलग लड़ सकते हैं, उस समय ये कयास लगाए जा रहे थे कि, सभी एकसाथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे.

सीएम भगवंत मान ने पंजाब में अकेले लड़ने का किया एलान

हाल ही में भगवंत मान ने एक बड़ा बयान देकर सबको चौंका दिया. उन्होंने ये संकेत दिए थे कि, आम आदमी पार्टी पंजाब की सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इससे लगभग साफ है कि, पंजाब में आप और कांग्रेस दोनों ने सभी सीटों पर अलग-अलग चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली है, लेकिन दोनों के अलग-अलग लड़ने का INDIA गठबंधन का क्या होगा इसपर कुछ कहना अभी थोड़ा मुश्किल है. हमारे पंजाब की ब्यूरो चीफ कमलजीत संधू के मुताबिक ‘आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की अंदरूनी खींचतान INDIA गठबंधन को इस चुनाव में नुकसान पहुंचा सकती है.’

2019 के चुनाव में कांग्रेस बनी थी सबसे बड़ी पार्टी

2019 में हुए लोकसभा चुनाव की बात करें, तो कांग्रेस ने 40.6 फीसदी वोट शेयर के साथ पंजाब की 13 लोकसभा सीटों में से सबसे ज्यादा 8 सीटें जीती थी. वहीं बीजेपी और अकाली दल के खाते में 2-2 सीटें गईं थी. बीजेपी का वोट शेयर 9.7 फीसदी और अकाली दल का वोट शेयर 27.8 फीसदी रहा था. आम आदमी पार्टी को इस चुनाव में 7.5 फीसदी वोट शेयर के साथ एक सीट मिली थी.

2022 के विधानसभा चुनाव में आप की चली थी आंधी

अगर बात पंजाब में हुए पिछले विधानसभा चुनाव की करें, तो आम आदमी पार्टी ने छप्पर फाड़ जीत हासिल की थी. अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को प्रदेश की 117 सीटों में से सबसे ज्यादा 92 सीटें मिली थी और उसका वोट शेयर 42 फीसदी से भी ज्यादा रहा था. सीटों के मामले में इस चुनाव में दूसरे नंबर पर कांग्रेस रही थी. कांग्रेस को 18 सीटें मिली और वोट शेयर 22.98 फीसदी रहा. अकाली दल को18.38 फीसदी वोट शाइ के साथ 3 सीटें मिली, वहीं बीजेपी सिर्फ 2 सीटें ही जीत पाई.


कुल मिलाकर देखा जाए, तो पंजाब में अगर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों अलग-अलग लड़ते हैं तो एक अलग तरह का समीकरण बनता हुआ नजर आ रहा है. वहीं अगर INDIA अलायंस के तहत एकसाथ लड़ते है, तो प्रदेश से बीजेपी का सूपड़ा-साफ भी हो सकता है. एक्सपर्ट्स की भी राय यही हैं कि, साथ लड़ने में ज्यादा फायदा है. हालांकि फिर भी पंजाब में आप और कांग्रेस को ही ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान है, अब देखना ये होगा कि, पंजाब की जनता अबकी बार किसको ज्यादा प्यार देती है.

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