Mukhtar Ansari Death: जहर देने से नहीं तो कैसे हुई थी मुख्तार अंसारी की मौत? जांच रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

सुमित पांडेय

16 Sep 2024 (अपडेटेड: Sep 16 2024 11:22 AM)

Mukhtar Ansari Death Case: बांदा डीएम ने जांच रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है, जिसमें बताया गया है कि बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की मौत जहर देने से नहीं, बल्कि हार्टअटैक से हुई थी.

मुख्तार अंसारी की माैत को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है.

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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मुख्तार अंसारी की मौत की मजिस्ट्रियल जांच कराई गई थी

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बांदा जेल में बंद रहने के दौरान हुई थी मुख्तार अंसारी की मौत

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डीएम ने मुख्तार की जांच रिपोर्ट यूपी सरकार को भेजी

Mukhtar Ansari Death Case: उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी मौत कैसे हुई थी, इसे लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. दरअसल, जेल में बंद मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर आरोप लग रहे थे कि उसे जहर देकर मारा गया है. इसलिए इस केस की सरकार ने मजिस्ट्रेट जांच कराई थी, जिसमें चौंकाने वाली बात सामने आई है. 

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बांदा डीएम ने जांच रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है, जिसमें बताया गया है कि बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की मौत जहर देने से नहीं, बल्कि हार्टअटैक से हुई थी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हार्टअटैक की पुष्टि हुई थी. इसके साथ ही कहा बताया गया कि प्रशासन ने मुख्तार अंसारी के परिजनों को कई नोटिस भेजे, लेकिन वो जवाब देने के लिए उपस्थित नहीं हुए थे. 

मुख्तार अंसारी की मौत की जांच एडीएम वित्त राजस्व राजेश कुमार को सौंपी गई थी. ADM वित्त राजेश कुमार ने लेटर जारी करते हुए बताया कि गाजीपुर के रहने वाले मुख्तार अंसारी की 28 अप्रैल को रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज बांदा में मृत्यु हो गई थी. इसके बाद मेरे द्वारा मजिस्ट्रियल जांच संपादित की जा रही है.

इस संबंध में जिस भी व्यक्ति को लिखित, मौखिक, साक्ष्य बयान प्रस्तुत करना हो तो वह 15 अप्रैल 2024 तक किसी भी दिन मेरे ऑफिस में आकर अपने बयान या साथ प्रस्तुत कर सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्तार के किसी परिजन ने कोई बयान नहीं दिया है. 

जेल में बंद मुख्तार की अचानक बिगड़ी थी तबीयत

मालूम हो कि मुख्तार अंसारी की बांदा जेल में 28 मार्च को तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उसे तत्काल बांदा मेडिकल कॉलेज इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. मेडिकल रिपोर्ट में मौत की वजह हार्ट अटैक बताया गया है. वहीं, मुख्तार के परिवार ने उसे धीमा जहर दिए जाने के आरोप लगाए हैं. इन आरोपों के बाद बांदा जिला अधिकारी ने इस मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए थे.  

शासन ने दिए थे मजिस्ट्रियल जांच के आदेश

यूपी के बांदा जेल में बन्द रहा पूर्वांचल के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की बीते 28 मार्च को बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में मौत हो गयी थी, जिसके बाद परिजनों ने स्थानीय प्रशासन पर जहर देकर मारने का गंभीर आरोप लगाया था. जिस पर मुख्तार की मौत पर शासन ने मजिस्ट्रेटियल और न्यायिक जांच के आदेश दिए थे, मजिस्ट्रेटियल जांच बांदा के ADM राजेश वर्मा कर रहे थे और न्यायिक जांच गरिमा सिंह कर रही थीं. दोनो जांच टीमो ने परिजनों को बयान देने के लिए नोटिस भेजा लेकिन अब तक कोई बयान देने नही आया और डीएम ने मजिस्ट्रियल जांच रिपोर्ट बनाकर शासन को भेज दी है. जिसमे मुख्तार की मौत की पुष्टि जहर देने से नही बल्कि हार्ट अटैक से हुई थी.

आपको बता दें बांदा के मंडल कारागार में मुख्तार अंसारी 28 मार्च 2024 को देर शाम तबियत बिगड़ी थी, जिसके बाद उसे बांदा के मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था, मेडिकल कालेज के प्रशासन के मुताबिक जहां 9 डॉक्टरो की टीम ने उसका इलाज शुरू किया लेकिन करीब साढ़े 8 बजे उसकी मौत हो गयी. 

बारीकी से की गई जांच 

मजिस्ट्रेटियल जांच के दौरान जांच टीम ने जेल पहुँचकर मुख्तार की बैरक से खाना पीने के रखे समान का सम्पल लिए, वैज्ञानिक जांच के लिए भेजा, ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों, जेलर, जेल अधीक्षक के बयान लिए, इसके बयान इलाज करने वाले डॉक्टरो सहित एंबुलेंस में ले जाने वाले चालक और पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरो के बयान दर्ज किए. फिर परिजनों को नोटिस भेजकर उन्हें अपना बयान और साक्ष्य देने के लिए कहा गया लेकिन वो आखिरी तारीख 15 अप्रैल तक देने नही आये. जांच पेंडिंग रही. जिसके बाद डीएम नगेन्द्र प्रताप ने मजिस्ट्रेटियल जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी है.

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इनपुट- बांदा से सिद्धार्थ गुप्ता की रिपोर्ट

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